सूचना के स्रोत को तीन भागों में विभक्त किया गया हैं
प्राथमिक स्रोत
द्वितीयक स्रोत
तृतीयक स्रोत
प्राथमिक सूचना स्रोत के अंतर्गत निम्नलिखित प्रलेख शामिल हैं शोध प्रतिवेदन ,सम्मेलन की कार्यवाही, व्यवसायिक साहित्य ,शोध पत्रिका ,रिपोर्ट ,अधिकारी प्रकाशन, मानक, शोध प्रबंध, एकस्व, प्रकाशित शोध, मानचित्र और चार्ट, शोध मोनोग्राफ ,पांडुलिपि ,समाचार पत्र ,हस्तलिखित लेख, पर्चे।
(Research reports, conference proceedings, business literature, research journals, reports, official publications, standards, dissertations, patent, published research, maps and charts, research monographs, manuscripts, newspapers, handwritten articles, pamphlets.)
द्वितीयक सूचना स्रोत के अंतर्गत निम्नलिखित प्रलेख शामिल है
सामयिकी, नियमावली, सूची, अनुक्रमिका, ग्रंथसूची , सार, राज्य की कला , समीक्षा ग्रंथ, आत्मकथाय, इतिहास, सिद्धान्त , शब्दकोश, विश्वकोश, हैंडबुक प्रबन्धक, प्रक्रियाएं, समीक्षा पत्रिका, सभी संदर्भ ग्रंथ, सरणी, मोनोग्राफ।
(Current affairs, manuals, index, bibliography, abstract, state art, review texts, autobiography, history, theory, dictionary, encyclopedia, handbook manager, procedures, review journal, all reference texts, arrays, monographs.)
तृतीयक सूचना स्रोत के अंतर्गत निम्नलिखित प्रलेख शामिल है
वे स्रोत जो पाठक को प्राथमिक और द्वितीयक स्रोतों की ओर निर्देशित करता है तृतीयक स्रोत कहलाता है इसका उद्देश्य शोधकर्ताओं तथा विशेषज्ञों को उपयुक्त सूचना प्राप्त करने में सहायता प्रदान करना है इस प्रकार के सूचना स्रोत में विषय से संबंधित सूचना नहीं होती इसमें निम्नलिखित प्रलेख शामिल हैं- निर्देशिका, वार्षिकी,शोध की सूचियां ,संगठनों की मार्गदर्शिका ,व्यापार मार्गदर्शिका, बिबलियोग्राफि, बिबलियोग्राफी की बिबलियोग्राफी ,पाठ्य पुस्तक, शोध प्रगति सूची।
(Directory, yearbook, research lists, guide of organizations, business guide, bibliographies, bibliography of Bibliography, text books, research progress lists.)