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FIVE Laws of Library Science

Five Laws of LibraryScience 


पुस्तकालय विज्ञान के संचालन के सिद्धांतों का विवरण 1931 में एस० आर० रंगनाथन द्वारा प्रस्तावित पुस्तकालय विज्ञान के 5 नियम हैं। पुस्तकालय विज्ञान के पांच नियमों को लाइब्रेरियनशिप में अच्छे अभ्यास के लिए मानदंडों, विचारों और मार्गदर्शकों का समूह कहा जाता है। दुनिया भर में कई लाइब्रेरियन उन्हें अपने दर्शन की नींव के रूप में स्वीकार करते हैं। डॉ। एस०आर० रंगनाथन ने 1924 में पुस्तकालय विज्ञान के पांच कानूनों की कल्पना की। इन कानूनों को मूर्त रूप देने के बयान 1928 में तैयार किए गए थे। इन कानूनों को पहली बार 1931 में रंगनाथन की क्लासिक पुस्तक फाइव लॉज ऑफ लाइब्रेरी साइंस शीर्षक से प्रकाशित किया गया था।

 ये 5 कानून हैं:

•  किताबें उपयोग के लिए हैं /Books Are For Use
•  हर पाठक अपनी पुस्तक /Every Reader His/Her Book
•  हर पुस्तक इसका पाठक /Every Book Its Reader
•  पाठक का समय बचाओ /Save The Time Of The Reader
•  पुस्तकालय एक बढ़ता हुआ जीव है/ The Library Is a Growing Organism

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reference service

एस.आर.  रंगनाथन के अनुसार "संदर्भ सेवा व्यक्तिगत रूप से एक पाठक और उसके दस्तावेजों के बीच संपर्क स्थापित करने की प्रक्रिया है।"  A...