सार्वजनिक पुस्तकालय,
शैक्षणिक पुस्तकालय और
विशिष्ट पुस्तकालय
सार्वजनिक पुस्तकालय
सार्वजनिक पुस्तकालय जनता द्वारा जनता के लिए संचालित होता है यह आम जनों के लिए उपलब्ध होता है शिक्षा का प्रसार एवं जन सामान्य को शिक्षित करने का प्रयास करता है ऐसे लोग जो स्कूल नहीं जा पाते या सामान्य पढ़े लिखे होते हैं या अपना निजी व्यवसाय करते हैं या जिनके पढ़ने की अभिलाषा होती है और पुस्तक नहीं खरीद सकते। ऐसे वर्गों की रुचि को ध्यान में रखकर जन सामान्य की पुस्तकों की मांग सर्वजनिक पुस्तकालय ही पूरी करते हैं इसके अतिरिक्त वयस्क शिक्षा, चलचित्र प्रदर्शन महत्वपूर्ण विषयों पर संबोधन आदि का भी प्रबंध सार्वजनिक पुस्तकालय करते हैं वास्तव में सार्वजनिक पुस्तकालय जनता के लिए बिना किसी भेदभाव के होता है
शैक्षणिक पुस्तकालय
ऐसे पुस्तकालय जो किसी शैक्षिक संस्था से जुड़े होते है शैक्षणिक पुस्तकालय कहलाता है इसके अंतर्गत विद्यालय ,महाविद्यालय, विश्वविद्यालय आदि के पुस्तकालय आते हैं शैक्षणिक संस्था वह होती है जिसमें विद्यार्थियों को औपचारिक शिक्षा दी जाती है ये पुुुस्तकालय अपनी शिक्षण संस्था के उद्देश्य को पूरा करने में सहायता प्रदान करती हैं
विशिष्ट पुस्तकालय
ऐसे पुस्तकालय अन्य पुस्तकालयों के अपेक्षा संग्रह की दृष्टि से भिन्न होते हैं इसमें किसी विशिष्ट विषय पर आधारित पाठ्य या शोध सामग्री उपलब्ध होती है इनका उद्देश्य सार्वजनिक ना होकर किसी वर्ग विशेष कि सेवा तक सीमित होता है